पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, दिल्ली में, मैं नियमित रूप से उन युवा आईपीएस अधिकारियों के साथ बातचीत करता हूं जो यहां से पढ़कर निकल चुके हैं। लेकिन इस साल कोरोना के कारण, मैं आप सभी से मिलने में असमर्थ हूं। लेकिन मुझे यकीन है कि अपने कार्यकाल के दौरान, मैं किसी न किसी बिंदु पर आप सभी से अवश्य मिलूंगा।
In Delhi, I regularly interact with young IPS officers who have passed out from here. But this year due to Corona, I’m unable to meet you all. But I’m sure that during my tenure, I will surely meet you all at some point: PM Modi during his address to young IPS officers https://t.co/RFPptNe198 pic.twitter.com/cRbISeUgpl
— ANI (@ANI) September 4, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा, योग और प्राणायाम तनाव में काम करने वाले सभी लोगों के लिए अच्छा है। अगर आप अपने दिल से कोई काम करते हैं, तो आपको हमेशा फायदा होगा। आप कभी भी तनाव महसूस नहीं करेंगे चाहे कितना भी काम हो।
पीएम ने कहा, कोरोना महामारी के दौरान पुलिस द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की बदौलत जनता के मन में खाकी वर्दी के मानवीय चेहरा की एक बेहतर तस्वीर बनी है। इस तरह लोगों का विश्वास खाकी वर्दी पर बढ़ेगा। उन्होंने कहा, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आपको अपनी वर्दी के फायदे के बजाय अपनी वर्दी पर गर्व होना चाहिए। आप लोग अपनी खाकी वर्दी का सम्मान कभी न खोएं।
गौरतलब है कि एक आधिकारिक बयान में गुरुवार को बताया गया कि 28 महिलाओं समेत 131 प्रोबेशनर्स आईपीएस अधिकारियों ने अकादमी में शुरुआती परीक्षण पूरा कर लिया है। इन अधिकारियों ने 42 सप्ताह के दौरान अपने बुनियादी पाठ्यक्रम के प्रथम चरण को पार कर लिया है।
बुनियादी पाठ्यक्रम के दौरान, प्रोबेशनर्स को कानून, जांच, फोरेंसिक, नेतृत्व एवं प्रबंधन, अपराध विज्ञान, सार्वजनिक व्यवस्था एवं आंतरिक सुरक्षा, नैतिकता और मानव अधिकारों, आधुनिक भारतीय पुलिस तंत्र, रणनीति, हथियार प्रशिक्षण जैसे विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण दिया जाता है। बयान में कहा गया कि ये अपना फाउंडेशन कोर्स पूरा करने के बाद 17 दिसंबर, 2018 को अकादमी में शामिल हुए थे।