ताइपेई6 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ताइवान ने शुक्रवार को रूस का एक सुखोई फाइटर जेट मार गिराया। (फाइल)
- ऐसा दावा किया जा रहा था कि ताइवान ने हवाई सीमा में घुसपैठ करने वाले चीन के सुखोई एयरक्राफ्ट को मार गिराया
- साउथ चाइना सी को लेकर ताइवान और चीन में विवाद, अमेरिका खुले तौर पर ताइवान के साथ
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ताइवान ने अपनी हवाई सीमा में घुसपैठ करने वाले चीन के सुखोई एयरक्राफ्ट को मार गिराया। इस पर ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री ने ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाहें चल रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ताइवान ने चीन के सुखोई-35 फाइटर जेट को मार गिराया है। यह पूरी तरह से फेक न्यूज है। हम नेटिजन्स से अपील करते हैं कि इसे न फैलाएं।
In response to rumors online that claim a Chinese Su-35 fighter jet had been shot down by Taiwan air defense systems, #ROCAirForce would like to categorically state this is fake news. We urge netizens to not spread it and strongly condemn this malicious act.
— 國防部 Ministry of National Defense, R.O.C. (@MoNDefense) September 4, 2020
पहले दावा किया जा रहा था कि सुखोई फाइटर जेट क्रैश हो गया, लेकिन इसका पायलट सुरक्षित है। क्रैश हुए एयरक्राफ्ट के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हालांकि, किसी भी पक्ष ने इसकी पुष्टि नहीं की।
चीन बीते महीनों में कई बार ताइवान की जल और वायु सीमा का उल्लंघन करते हुए उसे धमकाने की कोशिश कर रहा था। गुरुवार को भी चीन का एक फाइटर जेट ताइवान की हवाई सीमा में घुसा था।
It’s Big & Bold
Chinese fighter Jet shot down by Taiwan….Now China will say
It got crashed due to tech glitch or it’s not true pic.twitter.com/DZ6oxHQAmh— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) September 4, 2020
अमेरिकी मिसाइल का इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जा रहा था कि ताइवान ने चीन के सुखोई विमान को मार गिराने के लिए अमेरिकी मिसाइल का इस्तेमाल किया। हालांकि, यह कौन सी मिसाइल है, इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो सका। इस घटना के बाद चीन और ताइवान में तनाव बढ़ने की आशंका है। दक्षिणी चीन सागर में अमेरिका भी पूरी तैयारी के साथ मौजूद है। उसका निमित्ज वॉरशिप यहां मौजूद है। इस पर 120 फाइटर जेट्स मौजूद हैं।
अमेरिका ने साफ कर दिया है कि दक्षिण चीन सागर में चीन की धमकियां काम नहीं आएंगी। अमेरिका क्षेत्र के सभी छोटे देशों के साथ खड़ा है और चीन को जवाब दिया जाएगा।
चार दिन पहले अमेरिका ने उठाया था अहम कदम
सीएनएन के मुताबिक, अमेरिका ने रविवार को अपना गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर ताइवान स्ट्रैट में तैनात किया था। खास बात यह है कि अमेरिका ने पहले इसका ऐलान नहीं किया था। लेकिन, दो हफ्तों में अमेरिका ने दूसरी बार किसी डेस्ट्रॉयर को साउथ चाइना सी में भेजा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के इस कदम से साफ हो जाता है कि वो ताइवान की हर मुमकिन मदद करने के लिए तैयार है। अमेरिकी एनएसए ने पिछले हफ्ते साफ कर दिया था कि अगर ताइवान पर कोई हमला होता है तो अमेरिका चुप नहीं बैठेगा।
0