जदयू अध्यक्ष ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से अलग रह रहीं उनकी पत्नी और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय का मुद्दा उठाया। बता दें कि तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या के दांपत्य विवाद पर पटना की एक अदालत में मामला विचाराधीन है।
नीतीश ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामलखन सिंह यादव के पौत्र जयवर्द्धन यादव का भी जिक्र किया। यादव समुदाय से आने वाले चंद्रिका राय और जयवर्द्धन यादव दोनों ही राजद के विधायक हैं और हाल ही में जदयू में शामिल हुए हैं।
नीतीश कुमार ‘निश्चय संवाद’ नाम से जदयू की एक डिजिटल रैली को संबोधित कर रहे थे। इसका सीधा प्रसारण यहां पार्टी कार्यालय स्थित कर्पूरी ठाकुर सभागार से जेडीयू पार्टी के चैनल के माध्यम से किया गया। फेसबुक, ट्विटर और टीवी चैनलों पर भी रैली का प्रसारण किया गया।
नीतीश ने कहा, ‘मैं पूछना चाहता हूं कि पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय के बेटे चंद्रिका राय और उनकी बेटी ऐश्वर्या राय के साथ क्या हुआ। ऐश्वर्या राय के साथ किस तरह का बर्ताव किया गया।’
उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘वह (ऐश्वर्या) पढ़ी लिखी हैं। लोग शिक्षा की बात करते हैं और देखिए शिक्षित लोगों के साथ क्या हुआ। यह एक परिवार का मामला है, जिस पर मैं कुछ नहीं कहना चाहता।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजग के 15 साल के शासनकाल में राज्य में हर ओर विकास हुआ है। इस अवधि में कानून व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, ऊर्जा, कृषि आदि क्षेत्रों में प्रशंसनीय बदलाव हुए हैं।
उन्होंने बिहार में शराब निषेध की भी बात की और स्पष्ट किया कि जब तक वह सत्ता में हैं यह पाबंदी रहेगी। नीतीश ने केंद्र सरकार के 2018 के आंकड़ों का जिक्र किया जिनमें बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति अन्य कई राज्यों से बेहतर बताई गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सभी तरह के अपराध के मामले में बिहार देश में 23वें स्थान पर है, वहीं दुष्कर्म के मामलों में यह 33वें तथा महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 29वें स्थान पर आता है।