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- Travel And Tourism Sector Likely To Lose Rs 5 Lakh Crore Due To COVID 19 Crisis
नई दिल्ली24 मिनट पहले
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रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ संगठित पर्यटन क्षेत्र को ही इससे 25 अरब डॉलर का नुकसान होने की संभावना है।
- सबसे ज्यादा नुकसान ट्रैवल एजेंट्स और टूर ऑपरेटर्स को हुआ है
- इससे होटलों की आय में 80 से 85% तक कमी आएगी
कोविड-19 का प्रभाव ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा पड़ा है। टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए यह अब तक का सबसे बुरा दौर साबित हो रहा है। देश में कोरोनावायरस के बढ़ते संकट के बीच अब सरकार को अब एक और बड़ी चुनौती से निपटना पड़ रहा है। अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है और करोड़ों लोगों की नौकरियां जाने का खतरा मंडरा रहा है। इंडस्ट्री से जुड़े सीआईआई और हॉस्पिटैलिटी कंसल्टिंग फर्म होटेलिवाटे की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना संकट के चलते ट्रैवल एंड टूरिज्म सेक्टर को करीब पांच लाख करोड़ रुपए नुकसान होने की संभावना है।
होटलों की आय में 85 प्रतिशत तक कमी
रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ संगठित पर्यटन क्षेत्र को ही इससे 25 अरब डॉलर का नुकसान होने की संभावना है। यह आंकड़े चेताने वाले हैं और इंडस्ट्री को अपना अस्तित्व बचाने के लिए तत्काल राहत की जरूरत है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल की शुरुआत तक होटलों में लगभग 30 प्रतिशत ही कमरे भरना शुरू होंगे। इससे होटलों की आय में 80 से 85 प्रतिशत तक कमी आएगी।
होटल इंडस्ट्री पर कोरोना का खस्ता हाल
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जनवरी में सबसे व्यस्त समय में होटलों में 80 प्रतिशत कमरे भरे थे। फरवरी में यह घटकर 70 प्रतिशत, मार्च में 45 प्रतिशत और अप्रैल में सात प्रतिशत पर आ गया। मई, जून, जुलाई और अगस्त में यह दर क्रमश: 10 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 15 प्रतिशत और 22 प्रतिशत रही। रिपोर्ट में इसके सितंबर में बढ़कर 25 प्रतिशत, अक्टूबर में 28 प्रतिशत, नवंबर में 30 प्रतिशत और दिसंबर में 35 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान लगाया गया है।
4 करोड़ लोगों का मिलता है रोजगार
फाइनेंशियल सर्विसेज और बिजनेस एडवाइजरी फर्म KPMG की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, इस इंडस्ट्री से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 4 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं। कोरोना में हुए लॉकडाउन की वजह से भारत में सिर्फ ट्रैवल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री में 90 लाख लोगों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। जो कि गोवा की जनसंख्या से छह गुना ज्यादा है। बता दें कि देश की वर्क फोर्स का करीब 12.75 फीसदी हिस्सा अकेले होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री में काम करता है। पर्यटन मंत्रालय की 2019-20 की रिपोर्ट के अनुसार, पर्यटन उद्योग ने 8 करोड़ से भी ज्यादा लोगों को रोजगार दे रखा है।
ट्रैवल एजेंटों और टूर ऑपरेटर्स को सबसे ज्यादा नुकसान
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय सबसे खराब स्थिति में ट्रैवल एजेंट्स और टूर ऑपरेटर्स हैं। केवल ट्रैवल एजेंटों और टूर ऑपरेटर्स से होने वाली कमाई में करीब 4.77 बिलियन डॉलर (लगभग 35,070 करोड़ रुपए) नुकसान की संभावना जताई गई है। इंडस्ट्री सूत्रों की मानें तो ट्रैवल एंड टूरिज्म सेक्टर पेशे में अब तक 5.5 मिलियन लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडस्ट्री आने वाले समय में रिकवर करेगी और इसके राजस्व में 10-15 प्रतिशत सुधार होने की संभावना है।
कमाई के मामले में टॉप 10 में है भारत
दुनियाभर में ऐसे कई देश हैं जो ट्रैवल एंड टूरिज्म पर अधिक निर्भर रहते हैं। इनमें एंटीगुआ एंड बारबुडा, अरुबा, सेंट लुसिया, अमेरिका वर्जिन आइलैंड, कमाउ, मालदीव, सेंट किट्स एंड नेविस, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, बहामास और एंगुइला जैसे देश हैं। कैरिबियाई देश में औसतन हर रोज करीब 20 हजार पर्यटक क्रुज से आते हैं। ट्रैवल और टूरिज्म की क्षेत्र में कमाई करने वाले देशों की बात करें तो भारत में इसमें 10वें नंबर पर आता है, जबकि अमेरिका पहले स्थान पर है। इसके अलावा टॉप 10 में चीन, जापान, जर्मनी, इटली, यूके, फ्रांस, स्पेन और मेक्सिको हैं।
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