चरपोखरीएक घंटा पहले
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- जनता के विकास से जुड़ेे सवालों से प्रत्याशी परेशान
विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन और स्क्रूटनी के बाद प्रत्याशाी मतदाताओं को रिझाने के लिए हर प्रकार का जुगाड़ भिड़ा रहे हैं। मतदाताओं को गोलबंद करने के लिए गांवों में चौपाल कार्यक्रम शुरु हो गया है। जनसंपर्क अभियान के दौरान नेताजी को मतदाताओं के सवालों का जवाब भी देना पड़ रहा है। प्रबुद्ध मतदाता विकास के स्थानीय मुद्दाें सवालों की झड़ी लगा दे रहे हैं।
इससे कई बार प्रत्याशी जबाव देने के बजाय चुप हो जा रहे हैं। जिला एवं प्रखंड मुख्यालय पर नेता लोगों की लगने वाली जमावड़ा गांव देहातों में लोगों के बीच पहुंचने लगी है। गांवों में अलग-अलग पार्टी के नेता देर रात तक दौरा कर गांव के चौक चौराहे एवं सार्वजनिक स्थलों पर लोगों के साथ बैठक कर अपने पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश में जुट गए हैं।
जहां नेताजी के साथ-साथ उनके कार्यकर्ता भी लोगों के बीच में लुभावनें वादें कर रहे हैं। लोगों में एनडीए एवं महागठबंधन के प्रत्याशियों को फायदा एवं नुकसान के बारे में चर्चा चल रही है। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार एवं बागी उम्मीदवारों के मैदान में उतरने से किस पार्टी को कितना फायदा कितना नुकसान होगा, इस पर भी चर्चा की जा रही है।