Prof Neelima Gupta Appointed Vice Chancellor Of Bhagalpur University – बिहारः प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता बनी भागलपुर यूनिवर्सिटी की कुलपति, कुछ ऐसे बढ़ा सफर

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भागलपुर

Updated Sat, 19 Sep 2020 08:45 PM IST

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता
– फोटो : social media

पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर


कहीं भी, कभी भी।

*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!

ख़बर सुनें

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। शनिवार को राजभवन की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। वे वर्तमान में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में कुलपति के पद पर तैनात हैं।

कुछ ऐसे बढ़ा सफर

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से 1975 में बीएससी, 1977 में एमएससी, 1979 में एमफिल और 1981 में पीएचडी की। जिसके बाद उन्होंने 2012 में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी से डीएससी की डिग्री हासिल की।

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1985 में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में लेक्चरर से पद से की थी। उसके बाद 1995 में रीडर और 2003 में प्रोफेसर बनीं । इनकी पुस्तकें और आर्टिकल भी प्रकाशित हो चुकी हैं। इसके साथ ही प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता 231 कॉन्फ्रेंस में प्रजेंटेशन भी दे चुकी हैं।

रामगंगा नदी के जलीय प्राणियों पर भी किया शोध

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने रामगंगा नदी में पाए जाने वाले जलीय जंतुओं पर भी शोध किया है। उन्होंने कालगढ़ से लेकर कन्नौज तक नदी के पानी की जांच की और इसमें पाए जाने वाले जंतुओं में गंभीर बीमारियों की भी पहचान की। जिसके कारण इन्हें टेक्सोनॉमी का सर्वोच्च सम्मान जानकी अम्मल राष्ट्रीय पुरस्कार 2016 में मिला।

यह पुरस्कार भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन विभाग की तरफ से तीन श्रेष्ठ वैज्ञानिकों को दिया जाता है। इसके साथ ही पिछले साल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान से नवाजा।

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। शनिवार को राजभवन की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। वे वर्तमान में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में कुलपति के पद पर तैनात हैं।

कुछ ऐसे बढ़ा सफर

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से 1975 में बीएससी, 1977 में एमएससी, 1979 में एमफिल और 1981 में पीएचडी की। जिसके बाद उन्होंने 2012 में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी से डीएससी की डिग्री हासिल की।

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1985 में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में लेक्चरर से पद से की थी। उसके बाद 1995 में रीडर और 2003 में प्रोफेसर बनीं । इनकी पुस्तकें और आर्टिकल भी प्रकाशित हो चुकी हैं। इसके साथ ही प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता 231 कॉन्फ्रेंस में प्रजेंटेशन भी दे चुकी हैं।

रामगंगा नदी के जलीय प्राणियों पर भी किया शोध

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने रामगंगा नदी में पाए जाने वाले जलीय जंतुओं पर भी शोध किया है। उन्होंने कालगढ़ से लेकर कन्नौज तक नदी के पानी की जांच की और इसमें पाए जाने वाले जंतुओं में गंभीर बीमारियों की भी पहचान की। जिसके कारण इन्हें टेक्सोनॉमी का सर्वोच्च सम्मान जानकी अम्मल राष्ट्रीय पुरस्कार 2016 में मिला।

यह पुरस्कार भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन विभाग की तरफ से तीन श्रेष्ठ वैज्ञानिकों को दिया जाता है। इसके साथ ही पिछले साल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान से नवाजा।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

Deadpool’s Morena Baccarin Gets Honest About Her Lack Of Screen Time In The Sequel

Sun Sep 20 , 2020
Now, that’s a classy answer. As Baccarin told ComicBook.com, like the fans, she too was bummed that Vanessa was left on the sidelines in Deadpool 2. However, she also felt it was a necessary sacrifice to be made within the context of the film’s premise. Without Wade Wilson witnessing the […]

You May Like