जींद। लॉकडाउन के दौरान एक व्यक्ति द्वारा महिला को लिफ्ट देना महंगा पड़ गया। महिला ने अपने सहयोगियों के साथ मिल कर व्यक्ति से सोने की अंगूठी, सोने का कड़ा छीन लिया और फरार हो गए। घटना लगभग पौने दो माह पुरानी है। जब लोगों से छीना छपटी करने वाला गिरोह पकड़ा गया तो खुलासा हुआ कि उन्होंने जींद में भी एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया था। पीडि़त व्यक्ति की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ छीना छपटी तथा धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
डिफेंस कालोनी निवासी मनीष ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि एक अगस्त को वह स्कूटी लेकर देवीलाल चौंक की तरफ गया हुआ था। उसी दोरान चेहरा ढांपे एक महिला ने लॉकडाउन का हवाला दे और कोई साधन न मिलने की बात कहते हुए गांव बीड वाली ढाणी छोडऩे के लिए कहा। मनीष ने मानवता दिखाते हुए महिला को स्कूटी पर लिफ्ट दे दी ओर उसे गांव बीड वाली ढाणी छोडऩे रवाना हो गया। बड़ा बीड वन में पहुंचते ही महिला ने मनीष से स्कूटी रोकने के लिए कहा। उसी दौरान अलग-अलग बाइकों पर दो व्यक्ति ओर पहुंचे और मनीष को काबू कर लिया। तीनों ने मनीष से सोने की अंगूठी, सोने का कड़ा छीन लिया और फरार हो गए। हालांकि मनीष ने पुलिस को उस दौरान शिकायत नहीं दी। जिसके पीछे मुख्य वजह बताई जा रही है कि या तो महिला व उसके साथियों ने झूठे आरोप लगा कर उसे फंसाने की धमकी दी हो या फिर बदनामी न हो। हाल ही में करनाल पुलिस ने लोगों को झांसें में देकर धोखाधड़ी करने के मामले में गांव भराणा (पानीपत) निवासी अनिल, जीवन नगर (सोनीपत) सुदेश को गिरफ्तार किया तो उन्होंने स्वीकार किया कि एक अगस्त को उन्होंने जींद में भी एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया था।
शहर थाना के जांच अधिकारी विजेंद्र सिंह ने बताया कि महिला ने पीडि़त व्यक्ति से लिफ्ट ली थी और फिर अपने साथियों के साथ मिल कर व्यक्ति से सोने के जेवरात छीन लिए थे। अब करनाल पुलिस ने महिला व उसके साथियों को पकड़ा तो जींद की वारदात भी स्वीकार की। फिलहाल महिला समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
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