न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गया
Updated Sun, 27 Sep 2020 11:30 PM IST
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
दिलीप का कहना है कि उन्हें प्रकृति से बेहद लगाव है और वे आगे भी इस काम को करते रहेंगे। दिलीप कुमार ने कहा कि वे हर दिन यहां नए पौधे लगाने के लिए आते हैं।
उन्होंने अपने बचपन के बारे में बताया कि वे यहां पिकनिक के लिए आया करते थे। इसी दौरान एक दिन उन्होंने अपने पिता से पूछा कि पहाड़ी में पेड़ और पौधे क्यों नहीं हैं। फिर पिता ने एक कहावत का हवाला देते हुए कहा कि पहले से ही पहाड़ पेड़ों के बिना हैं। तब, मैंने दृढ़ संकल्प लिया कि इस पहाड़ को हरा भरा कर दूंगा।
Bihar: A 54-year-old man says he has planted around 1 lakh saplings at Brahmyoni hill in Gaya. “I’ve been doing this since 1982. Every day, I come here to plant new saplings & tend to the trees. I’ve named the trees after freedom fighters & martyrs,” says Dileep Kumar Sikandar. pic.twitter.com/dep0Fh5VNp
— ANI (@ANI) September 27, 2020
बता दें कि इससे पहले गया में लौंगी भुइयां के संघर्ष की कहानी सामने आई थी, जिन्होंने पहाड़ पर अकेले ही तीन किलोमीटर लंबी नहर खोद डाली थीं, जिससे अब वहां के लोग अपने खेतों में सिंचाई करते हैं।