सुपौल42 मिनट पहले
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- शहर में एक किमी की दायरे में 3 से अधिक जगहों पर पूर्व में होती थी दुर्गापूजा
पहली बार दुर्गा पूजा में सब कुछ बदला-बदला यानी नए चीज दिखाई देगा। श्रद्धालु फेस मास्क पहनकर मां दुर्गे का दर्शन व पूजा-अर्चना करेंगे। जिला में सरकार की गाइडलाइन के तहत आयोजकों ने दुर्गा पूजा की तैयारी शुरू कर दी है। मंदिरों का रंग-रोगन अंतिम चरण में हैं। कुशल कारीगरों द्वारा प्रतिमाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कुछ जगहों पर पूर्व से ही प्रतिमाओं को स्थापित कर प्राण-प्रतिष्ठा किया गया है। पूजा आयोजक जारी गाइडलाइन को फ्लो करते हुए दुर्गा पूजा की तैयारी में जुटे हैं। मंदिर परिसर में इस बार मेला एवं किसी भी प्रकार की सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा। मंदिर एवं पंडाल के अंदर श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। ताकि एक-एक श्रद्धालु सुरक्षित एवं स्वस्थ्य रहे। जिला मुख्यालय में एक किमी के दायरे में तीन से अधिक जगहों पर बड़ी धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाया जाता है।
पूजा काे लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट
नवरात्रा की जश्न में कोई भंग न डाल दे, इसको लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। कोरोना गाइडलाइन को पालन नहीं करने वालों को चिह्नित कर पूजा आयोजकों के उपर नियमावली के तहत कार्रवाई की जाएगी। असमाजिक तत्वों एवं संदिग्धों पर पैनी नजर रखी जाएगी। वातावरण बिगाड़ने वाले को बक्सा नहीं जाएगा। हर गतिविधियों पर नजर रखेगी।
-मनीष कुमार, एसडीएम सदर।
सरकार की जारी गाइडलाइन
श्रद्धालुओं को फेस मास्क पहनकर मां दुर्गे की दर्शन एवं पूजा-अर्चना करना है।
श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग और सैनेटाइजर का भी ध्यान रखना होगा।
आयोजन कमेटी को ही पंडाल में सैनेटाइजर और हैंडवाश की व्यवस्था करनी होगी।
कोरोना के माहौल में समारोह की अनुमति नहीं रहेगी।
मूर्ति विसर्जन के लिए 10 लोगों को एक साथ आने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।
पंडाल के अंदर पानी, बालू, अग्निशामक एवं अन्य आवश्यक चीजे की व्यवस्था होनी चाहिए।
प्रतिमाओं एवं घंटी को स्पर्श करने पर रहेगा प्रतिबंध।
पूजा स्थल के आसपास तोरण द्वार या स्वागत द्वार नहीं बनाया जाएगा।
पूजा स्थल के आसपास खाद्य पादर्थ का दुकान नहीं लगेंगे।
कोई सामुदायिक भोज, प्रसाद या भोग का वितरण नहीं किया जाएगा।
मंदिर में पूजा पंडाल व मंडप के उद्घाटन के लिए कोई सार्वजनिक समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।