न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Updated Mon, 12 Oct 2020 10:25 AM IST
राजीव प्रताप रूडी-शाहनवाज हुसैन
– फोटो : PTI
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शाहनवाज हुसैन पिछले कई सालों से संगठन के लिए काम करने में जुटे हुए हैं। वहीं, राजीव प्रताप रूडी लगातार चुनाव जीतने के बाद भी केंद्र में मंत्री पद तक नहीं पहुंच पाए हैं। अब दोनों ही नेताओं का दर्द छलका है।
सूची में नहीं होना दुख की बात: रूडी
राजीव प्रताप रूडी वर्तमान में बिहार के सारण लोकसभा सीट से सांसद हैं। राजनीति में प्रवेश करते ही, उन्हें एक तेजतर्रार नेता के रूप में पहचान मिली। 25 वर्ष की उम्र में विधायक बने। इसके बाद लगातार चुनाव जीतते गए। वर्तमान में सांसद भी हैं। इसके बाद भी भाजपा ने उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची से दरकिनार किया हुआ है। पार्टी ने उन्हें पूरी तरह से साइडलाइन कर दिया है।
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स्टार प्रचारकों की सूची में नाम नहीं होने पर रूडी का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने कहा, ‘इस सूची में शामिल नहीं किया जाना, मेरे लिए दुख की बात है। पार्टी में मुझे विधायक के स्तर का भी नहीं समझा गया है।’ फिलहाल रूडी भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं।
शाहनवाज ने कहा, पार्टी का फैसला मंजूर
भाजपा में जब भी मुस्लिम चेहरों की बात होती है तो शाहनवाज हुसैन का नाम सबसे ऊपर होता है। लेकिन फिलहाल भाजपा में उनकी गतिविधियां काफी कम हो गई हैं। सूची में नाम नहीं शामिल होने पर शाहनवाज ने कहा, ‘भाजपा ने इस पर फैसला लिया है, मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता हूं। पार्टी द्वारा सौंपे गए काम को करना ही मेरा फर्ज है। मुझे सूची में शामिल नहीं करना पार्टी का फैसला है, मैं इसपर कोई जवाब नहीं दे सकता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अटल बिहारी वाजपेयी के नवरत्नों में से एक हूं।’
शाहनवाज हुसैन की तरफ से भले ही खुद को नवरत्न बताया जाता रहे, लेकिन भाजपा इसका उपयोग नहीं करना चाहती है। पार्टी में सबसे बड़ा मुस्लिम चेहरा होने के बाद भी पार्टी ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाने लायक नहीं समझा है।