आरा15 मिनट पहले
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बंदरो के आतंक से नगरवासी काफी परेशान हैं। नगर पंचायत कोईलवर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्रखंड कार्यालय परिसर, थाना परिसर के अधिकारी व कर्मी बंदराें के आतंक से परेशान हैं। वहीं ब्लॉक रोड रिहायशी इलाके, सुरौधा कॉलोनी व वार्ड नंबर-10 के लोगों को बंदराें से परेशानी बढ़ गयी है।
बंदराें का आतंक इस कदर है कि प्राथमिक स्वास्थ्य में इलाज कराने आये मरीज व उनके परिजनों का बंदर समान, दवाईयां लेकर पेड़ाें पर भाग जाता है। वहीं कई बार बंदर समान छीनने के समय मरीज को नोंच जख्मी भी कर देते हैं। ऐसी ही कुछ स्थिति थाना व प्रखंड परिसर का है। साथ ही बंदर घरों में घुस खाने का समान लेकर भाग जाते हैं। वहीं कपड़े को फाड़ बर्बाद कर देते हैं।
घर मे घुसे बंदराें से बच भागने में लोग छत से गिर चोटिल भी हो जाते हैं। मालूम हो कि दस माह पहले बंदराें को पकड़ने के लिए नगर पंचायत कोईलवर कार्यालय में प्रस्ताव लाया गया था। जिसे लेकर नगर अध्यक्ष विनोद कुमार द्वारा इससे सम्बन्धित प्रस्ताव को कैबिनेट व बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को पारित कर बंदरों को पकड़ने के लिए निविदा निकालने का निर्देश दिया था।
जिसके बाद कार्यपालक पदाधिकारी कोईलवर द्वारा वन जीव अधिनियम के बंदराें को पकड़ने सम्बन्धित के लिए डीएफओ से आवश्यक दिशा निर्देश मांगा था। सात माह बीत जाने के बाद भी इससे सम्बन्धित फाइल टेबुल पर धूल फांक रही है। जिस कारण बंदराें के आतंक से नगरवासी त्रस्त हैं।
नहीं हो रही है ठोस पहल, नगर पंचायत के ईओ की कार्यशैली पर आम लोगों में है नाराजगी
बंदराें को पकड़ने सम्बन्धित फाइल को बैठक में प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद भी इओ द्वारा इस मामले में कोई ठोस पहल नहीं कि जा रही। जिससे नगरवासियों का काफी परेशानी हो रही हैं तथा लोगों में ईओ की कार्यशैली पर नाराजगी है। -विनोद कुमार, मुख्य पार्षद, कोईलवर नगर पंचायत