‘अमर उजाला’ से विशेष बातचीत में भूपेंद्र यादव ने राजद की अगुवाई में बने महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘बिहार में जातीय और वर्ण संघर्ष को फैलाने में उग्र वामपंथ का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आज वही उग्र वामपंथी दल माले और अन्य लोग कांग्रेस और राजद के साथ गठजोड़ में हैं। जनता को चुनना होगा कि जिन्होंने इस तरह के माहौल को मजबूती दी उन्हें चुनें या जिन्होंने सारे बंधनों को तोड़ कर राज्य में विकास को मजबूती दी उन्हें। जनता निश्चित रूप से एनडीए के साथ है।’
विकास की राजनीति की बात मोदी की देन
बिहार चुनावों में इस बार सभी पार्टियां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर जोर दे रही हैं। इस बार मुद्दों की राजनीति पर यादव कहते हैं कि ‘यह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ही देन है कि आज सभी पार्टियां विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य की बात कर रही हैं। पीएम मोदी ने गर्वनेंस की राजनीति की है। उसके बाद से लोग आज विकास की राजनीति की बात करने लगे हैं।’
विकास व शांति बनाम टुकड़-टुकड़े गैंग के बीच लड़ाई
बिहार भाजपा प्रभारी ने कहा कि ‘हमारी सीधी लड़ाई राजद के महागठबंधन के साथ है, जो माले के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। ये लड़ाई भारत को विकास, शांति और लोकतंत्र के साथ आगे बढ़ाने की बनाम टुकड़े-टुकड़े गैंग के बीच की है। वामपंथियों ने कमजोर नेतृत्व के पीछे अपने आप को लगाया है, इस बार जनता उन्हें हरा देगी। आरजेडी पर भले वामपंथियों ने कब्जा कर लिया है, पर बिहार में नहीं कर पाएंगे।’
दो-दो एम्स और नए एयरपोर्ट पर काम
नीतीश कुमार लगातार अपने 15 साल के किए गए कार्यों को लेकर जनता से वोट की अपील कर रहे हैं। जदयू-भाजपा सरकार के कार्यों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि ‘बिहार में पिछले 15 सालों में हमने चिकित्सा के मूलभूत साधनों को बढ़ाने की कोशिश की है। पंद्रह साल पहले बिहार में दो से तीन मेडिकल कॉलेज होते थे। आज बिहार में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। बिहार के मेडिकल के बजट में 10 गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है। एएनएम और आशा वर्करों की संख्या बढ़ी है। पटना और दरभंगा में दो एम्स बन रहे हैं।’
साथ ही आगे कहा कि ‘शिक्षा के क्षेत्र में यहां से अधिक संख्या में आईएएस और आईपीएस निकलते हैं, बिहार में वो ताकत है कि आगे बढ़ रहा है, लेकिन 15 साल काम करने के बाद चुनौतियां भी हैं, जिन्हें हम पूरा करने के रोडमैप के साथ आगे बढ़ेंगे।’ बिहार में किए गए कार्यों को गिनाते हुए उन्होंने कहा, ‘कभी पटना में एक एयरपोर्ट ही होता था, अब राज्य में दो एयरपोर्ट काम कर रहे हैं, तीसरा शुरू होने वाला है, दो और बनने वाले हैं। पांच एयरपोर्ट तैयार हो चुके हैँ। बिहार में मूलभूत ढांचा तैयार होने के बाद आने वाले समय में रोजगार और बढ़ने वाले हैं।’
लालू राज में अपहरण उद्योग
लालू यादव के समय में अपहरण उद्योग सबसे बड़ा उद्योग बन गया था। लालू यादव के 15 साल के शासन में बिहार ने बर्बादी का रास्ता देखा है। शिक्षा की बेहतरी को लेकर नीतीश सरकार के प्रयासों पर भूपेंद्र ने कहा कि बुनियादी स्तर पर सरकार ने काफी प्रयास किए हैं। विद्यार्थियों के पढ़ने के लिए लाइट नहीं थी, आने-जाने का साधन नहीं था, जिसे हमने पूरा किया है। आने वाले समय में यह और बेहतर होगा।
चिराग की बातों को महत्व नहीं देते
चिराग पासवान के लगातार नीतीश कुमार के ऊपर हमलावर होने को तवज्जो न देने की बात कहते हुए कहा कि हम उनकी बातों को महत्व नहीं देते, हमारी ओर से स्थिति स्पष्ट हो चुकी है। आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव लगातार विकास और रोजगार को लेकर नीतीश सरकार पर हमले बोल रहे हैं, अपने घोषणा पत्र में 10 लाख लोगों को नौकरियां देने की बात कही है। इस पर भाजपा नेता कहते हैं कि ‘अगर बिहार की विकास दर देखेंगे तो 10 से अधिक रही है, कृषि के क्षेत्र में बिहार ने विकास किया है। सिंचाई सुविधाओं के मामले में बिहार ने विकास किया है। रोजगार की संभावनाओं को लेकर बिहार में जो वातावरण बना है विशेष रूप से आत्मनिर्भर भारत के पैकेज के दौरान छोटी इकाइयों के लिए, लघु उद्योगों के लिए और बाकी चीजों में भी बिहार में संभावनाएं बढ़ी हैं। राज्य में आधारभूत ढांचा भी बढ़ा है। कोसी का पुल जो रुका पड़ा था उसे पूरा किया गया है। राष्ट्रीय राजमार्गों को पूरा किया गया है।’
नहीं लगता मजदूरों में नाराजगी है
लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को घरों में आने में हुई दिक्कतों केंद्र सरकार के प्रति इन मजदूरों के गुस्सा पर उन्होंने कहा कि ‘मुझे नहीं लगता, प्रवासी मजदूरों में किसी तरह की नाराजगी है। 21 लाख लोग ट्रेन से आए, 4500 से अधिक क्वारंटीन सेंटर खोले गए, 18 लाख लोगों के खातों में सरकार ने राशि पहुंचाई है, हर परिवार के लिए सरकार ने सहायता भेजी है। आज 30-40 फीसदी वापस अपने काम पर भी जा चुके हैं।’