Indian Army Apprehend Pla Soldier In Ladakh Chinese Army Hope He Will Return Back As Per Protocol – भारतीय सेना ने पकड़ा पीएलए सैनिक तो गिड़गिड़ाकर बोला चीन- प्लीज उसे वापस भेज दें

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली

Updated Tue, 20 Oct 2020 12:50 PM IST

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पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा पर मई की शुरुआत से तनातनी जारी है। इसी बीच सोमवार को भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक सैनिक को पकड़ा। पीएलएल ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उसका एक सिपाही रविवार रात को सीमा के पास से लापता हो गया। भारतीय सेना द्वारा उसके सिपाही को पकड़ने के बाद चीन ने सेना से प्रोटोकॉल के हिसाब से अपने सैनिक को लौटाने की गुहार लगाई है। सोमवार को सेना ने कहा था कि उसने पीएलए के एक सैनिक को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक क्षेत्र से पकड़ा है, जिसकी पहचान कर्नल के तौर पर हुई है।

चीनी सैनिक को उस समय पकड़ लिया गया जब वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘भटक कर’ भारतीय क्षेत्र में आ गया था। यह घटना ऐसे समय हुई है जब सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों ने क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती कर रखी है। भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि चीनी सैनिक की पहचान कॉर्पोरल वांग या लान्ग के रूप में की गई है। सेना ने कहा कि चीनी सैनिक को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सौंपा जाएगा।

पीएलए के ‘वेस्टर्न थिएटर कमांड’ के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग शुइली ने सोमवार रात एक बयान में कहा, ‘चीन को उम्मीद है कि 18 अक्तूबर की शाम स्थानीय चरवाहों के अनुरोध पर एक याक को वापस लाने में मदद करने के दौरान चीन-भारत सीमा इलाके में भटक गए चीनी सैनिक को भारत जल्द वापस कर देगा।’

यह भी पढ़ें- लद्दाख में सुरक्षाबलों ने चीनी सैनिक को पकड़ा, बरामद हुए सैन्य दस्तावेज, औपचारिकताओं के बाद छोड़ा जाएगा

उन्होंने कहा, ‘पीएलए सीमा सैनिकों ने घटना के बाद भारतीय सेना को सूचित किया और उम्मीद की कि भारतीय पक्ष खोज एवं बचाव अभियान में सहायता करेगा और भारतीय पक्ष ने मदद करने और लापता सैनिक को समय पर वापस करने का वादा किया।’ 

कर्नल झांग ने कहा कि भारत की ओर से मिली ताजा जानकारी के अनुसार भटका चीनी सैनिक मिल गया है और उसे चिकित्सकीय जांच के बाद चीन के हवाले किया जाएगा। झांग ने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि भारतीय सेना जल्द से जल्द लापता चीनी सैनिक को सौंपने के अपने वादे पर खरा उतरेगी और वरिष्ठ कमांडरों की सातवें दौर की बैठक में दोनों पक्षों में हुई सहमति का पालन करेगी ताकि सीमावर्ती क्षेत्र में शांति बनी रहे।’

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा पर मई की शुरुआत से तनातनी जारी है। इसी बीच सोमवार को भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक सैनिक को पकड़ा। पीएलएल ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उसका एक सिपाही रविवार रात को सीमा के पास से लापता हो गया। भारतीय सेना द्वारा उसके सिपाही को पकड़ने के बाद चीन ने सेना से प्रोटोकॉल के हिसाब से अपने सैनिक को लौटाने की गुहार लगाई है। सोमवार को सेना ने कहा था कि उसने पीएलए के एक सैनिक को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक क्षेत्र से पकड़ा है, जिसकी पहचान कर्नल के तौर पर हुई है।

चीनी सैनिक को उस समय पकड़ लिया गया जब वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘भटक कर’ भारतीय क्षेत्र में आ गया था। यह घटना ऐसे समय हुई है जब सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों ने क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती कर रखी है। भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि चीनी सैनिक की पहचान कॉर्पोरल वांग या लान्ग के रूप में की गई है। सेना ने कहा कि चीनी सैनिक को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सौंपा जाएगा।

पीएलए के ‘वेस्टर्न थिएटर कमांड’ के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग शुइली ने सोमवार रात एक बयान में कहा, ‘चीन को उम्मीद है कि 18 अक्तूबर की शाम स्थानीय चरवाहों के अनुरोध पर एक याक को वापस लाने में मदद करने के दौरान चीन-भारत सीमा इलाके में भटक गए चीनी सैनिक को भारत जल्द वापस कर देगा।’

यह भी पढ़ें- लद्दाख में सुरक्षाबलों ने चीनी सैनिक को पकड़ा, बरामद हुए सैन्य दस्तावेज, औपचारिकताओं के बाद छोड़ा जाएगा

उन्होंने कहा, ‘पीएलए सीमा सैनिकों ने घटना के बाद भारतीय सेना को सूचित किया और उम्मीद की कि भारतीय पक्ष खोज एवं बचाव अभियान में सहायता करेगा और भारतीय पक्ष ने मदद करने और लापता सैनिक को समय पर वापस करने का वादा किया।’ 

कर्नल झांग ने कहा कि भारत की ओर से मिली ताजा जानकारी के अनुसार भटका चीनी सैनिक मिल गया है और उसे चिकित्सकीय जांच के बाद चीन के हवाले किया जाएगा। झांग ने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि भारतीय सेना जल्द से जल्द लापता चीनी सैनिक को सौंपने के अपने वादे पर खरा उतरेगी और वरिष्ठ कमांडरों की सातवें दौर की बैठक में दोनों पक्षों में हुई सहमति का पालन करेगी ताकि सीमावर्ती क्षेत्र में शांति बनी रहे।’

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