न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नागपुर
Updated Sun, 25 Oct 2020 08:50 AM IST
संघ प्रमुख मोहन भागवत
– फोटो : Twitter
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा, ‘2019 में, अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी हो गया, फिर उच्चतम न्यायालय ने 9 नवंबर को अयोध्या पर फैसला दिया। संपूर्ण देश ने इस फैसले को स्वीकार किया। 5 अगस्त 2020 को, राम मंदिर की आधारशिला रखी गई। हमने इन घटनाओं के दौरान भारतीयों के धैर्य और संवेदनशीलता को देखा है।’
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि कोरोना महमारी के चलते कई विषय दब गए।
भारत में कोरोना से कम नुकसान हुआ। कोरोना से सावधान रहने के लिए कई नियम बनाए गए। अनुच्छेद 370 प्रभावहीन हुआ। इसके बाद राम मंदिर का फैसला सभी ने संयम के साथ स्वीकार किया। नागरिकता कानून से किसी को कोई खतरा नहीं है।
#Maharashtra: Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) Chief Mohan Bhagwat & other leaders participate in annual #Dussehra function at Maharshi Vyas auditorium, RSS headquarters in #Nagpur
Due to #COVID19 pandemic, only 50 volunteers have been allowed inside the auditorium. pic.twitter.com/sq6ngLLWDy
— ANI (@ANI) October 25, 2020