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पटना31 मिनट पहले
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एम्स, पटना में रविवार को कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है।
- पहले भी एम्स में दो कोरोना मरीज कर चुके हैं सुसाइड
- पटना मेडिकल कॉलेज और हाजीपुर में भी सुसाइड के मामले
पटना एम्स में भर्ती कोरोना मरीज वीरेंद्र शाह ने रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कोरोना वार्ड के बाथरूम में मृतक का शव गमछे से लटका हुआ मिला है। 68 साल के मरीज सीवान के रहने वाले हैं और पिछले ही दिनों 7 अक्टूबर को वह अस्पताल में भर्ती हुए थे।
डॉक्टरों की सूचना पर पुलिस ने सुबह 10 बजे बाथरूम की छत से शव बरामद किया है। गमछे से लटककर मृतक ने आत्महत्या की है। पुलिस एम्स के कोरोना वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों से बात कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण के कारण मरीज अवसाद में था, हालांकि पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
कोरोना के कारण अवसाद से पटना एम्स में यह तीसरी खुदकुशी है।
वार्ड के मरीज ने देखा बाथरूम में लटका हुआ शव
68 वर्षीय कोरोना संक्रमित सीवान का रहने वाला है। 7 अक्टूबर को पटना एम्स में भर्ती हुआ था। बुखार के साथ उसे कोरोना के लक्षण थे। कोरोना वार्ड में उसका इलाज चल रहा था। रविवार की सुबह जब वार्ड के मरीज बाथरुम गए तो सीलिंग से शव लटका देख डर गए। सूचना मिलते ही अफरा-तफरी मच गई। डॉक्टरों ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी। एम्स के डॉ संजीव कुमार का कहना है कि संक्रमित का शव सीलिंग से मरीज के गमछे से ही लटका मिला है। कारण अभी पता नहीं चल रहा है।
6 कोरोना मरीजों ने किया सुसाइड
प्रदेश में अब तक 6 कोरोना मरीजों ने सुसाइड किया है। पटना एम्स में अब तक तीन मरीज बाथरुम में फंदे से लटकर जान दे चुके हैं जबकि एक मरीज हाजीपुर में सुसाइड किया है। पटना मेडिकल कॉलेज में दो मरीजों ने सुसाइड किया है। पीएमसीएच के गुजरी वार्ड में सचिवालय कॉलोनी के एक कोरोना संक्रमित मरीज ने बाथरुम में सुसाइड किया था। गुजरी वार्ड में ही एक और मरीज ने बाथरुम में फंदे से लटककर जान दिया था। दोनो घटनाएं तीन माह पूर्व की हैं। सुसाइड के मामलों को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण से अवसाद में जाने के कारण घटना होती है। संक्रमित मरीजों को आत्मबल मजबूत करना चाहिए, परिवार वालों को भी मरीजों का आत्मबल बढ़ाने के लिए हमेशा बातचीत करते रहना चाहिए।