न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Updated Wed, 11 Nov 2020 09:24 AM IST
राम दर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर (फाइल फोटो)
– फोटो : Amar Ujala
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बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम नतीजे सामने आ गए हैं। देर रात इन नतीजों ने राज्य में किसकी सरकार बनने वाली है, उसकी तस्वीर को स्पष्ट कर दिया है। बिहार की सत्ता एक बार फिर एनडीए के हाथ लगी है। एनडीए को 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल हुआ है। वहीं, महागठबंधन के हाथ केवल 110 सीटें ही लगी हैं। इस चुनाव में कुछ सीटें ऐसी रहीं, जिस पर राज्यभर के लोगों की निगाहें टिकीं हुई थीं। हथुआ विधानसभा सीट भी इसमें शामिल थी। यहां से एकमात्र किन्नर उम्मीदवार मैदान में थी।
लोजपा ने दिया था हथुआ सीट से राम दर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर को टिकट
चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने हथुआ विधानसभा सीट पर राम दर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर को टिकट दिया। इस सीट पर बिहार सरकार में मंत्री और जदयू नेता रामसेवक सिंह मैदान में थे। ऐसे में यहां पर मुन्ना के लिए जीत हासिल करना आसान नहीं था। लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए मुन्ना किन्नर ने जमकर प्रचार किया। हालांकि, चुनावी नतीजों में इसका असर देखने को नहीं मिला। मुन्ना किन्नर को केवल 9894 वोट ही हासिल हुए।
यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार बनेंगे सातवीं बार मुख्यमंत्री, जानिए कब-कब बने बिहार के सीएम
समाजसेवी के रूप में है मुन्ना किन्नर की पहचान
ऐसा नहीं है कि मुन्ना किन्नर की राजनीति में पहली बार एंट्री हो रही थी। वह मीरगंज क्षेत्र संख्या 18 से जिला परिषद सदस्य हैं। क्षेत्र में मुन्ना किन्नर की पहचान एक समाजसेवी के रूप में है। उन्होंने अपनी मद से श्मशान घाट, सड़क निर्माण और गरीब लड़कियों की शादी करवाई है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा था कि वह दबंगों के बीच चुनाव लड़ने वाले अकेले किन्नर हैं।
क्या रहा हथुआ सीट का हाल
हथुआ सीट पर राजद प्रत्याशी को जीत मिली है। इस सीट पर राजद की ओर से राजेश कुमार सिंह और जदयू की ओर से रामसेवक सिंह मैदान में थे। राजद के राजेश कुमार को 86,731 वोट मिले। वहीं, जदयू के रामसेवक को 56,204 वोट हासिल हुए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम नतीजे सामने आ गए हैं। देर रात इन नतीजों ने राज्य में किसकी सरकार बनने वाली है, उसकी तस्वीर को स्पष्ट कर दिया है। बिहार की सत्ता एक बार फिर एनडीए के हाथ लगी है। एनडीए को 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल हुआ है। वहीं, महागठबंधन के हाथ केवल 110 सीटें ही लगी हैं। इस चुनाव में कुछ सीटें ऐसी रहीं, जिस पर राज्यभर के लोगों की निगाहें टिकीं हुई थीं। हथुआ विधानसभा सीट भी इसमें शामिल थी। यहां से एकमात्र किन्नर उम्मीदवार मैदान में थी।
लोजपा ने दिया था हथुआ सीट से राम दर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर को टिकट
चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने हथुआ विधानसभा सीट पर राम दर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर को टिकट दिया। इस सीट पर बिहार सरकार में मंत्री और जदयू नेता रामसेवक सिंह मैदान में थे। ऐसे में यहां पर मुन्ना के लिए जीत हासिल करना आसान नहीं था। लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए मुन्ना किन्नर ने जमकर प्रचार किया। हालांकि, चुनावी नतीजों में इसका असर देखने को नहीं मिला। मुन्ना किन्नर को केवल 9894 वोट ही हासिल हुए।
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समाजसेवी के रूप में है मुन्ना किन्नर की पहचान
ऐसा नहीं है कि मुन्ना किन्नर की राजनीति में पहली बार एंट्री हो रही थी। वह मीरगंज क्षेत्र संख्या 18 से जिला परिषद सदस्य हैं। क्षेत्र में मुन्ना किन्नर की पहचान एक समाजसेवी के रूप में है। उन्होंने अपनी मद से श्मशान घाट, सड़क निर्माण और गरीब लड़कियों की शादी करवाई है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा था कि वह दबंगों के बीच चुनाव लड़ने वाले अकेले किन्नर हैं।
क्या रहा हथुआ सीट का हाल
हथुआ सीट पर राजद प्रत्याशी को जीत मिली है। इस सीट पर राजद की ओर से राजेश कुमार सिंह और जदयू की ओर से रामसेवक सिंह मैदान में थे। राजद के राजेश कुमार को 86,731 वोट मिले। वहीं, जदयू के रामसेवक को 56,204 वोट हासिल हुए हैं।
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Wed Nov 11 , 2020
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