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- Bihar: Patna Rivers Buried After Heavy Rains, Water Level Increased By Two Meters In 24 Hours
पटना42 मिनट पहले
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पश्चिम चंपारण जिले में बाढ़ के पानी में खड़े गांव के लोग।
- कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा में रिकॉर्ड वृद्धि
- गंडक-कोसी के बराजों पर रिकार्ड डिस्चार्ज, भारी दबाव
बिहार की सभी प्रमुख नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में एक साथ हुई जबरदस्त बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में भारी उफान है। हाल यह है कि 24 घंटे में नदियों का जलस्तर दो मीटर बढ़ा, जो इस साल का रिकॉर्ड है। गंडक और कोसी के बराज पर भी डिस्चार्ज रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। मंगलवार की सुबह कोसी के वीरपुर बराज पर पानी की मात्रा बढ़कर 3.34 लाख क्यूसेक हो गया, जबकि गंडक के वाल्मीकिनगर बराज पर डिस्चार्ज 4.36 लाख क्यूसेक को भी पर कर गया। मात्र 24 घंटे में दोनों जगहों पर पानी का स्तर दो गुना से भी अधिक हो गया। इसके बाद दोनों बराजों पर पानी का भारी दबाव उत्पन्न हो गया। नदियों के जलस्तर में वृद्धि और दोनों बराजों की स्थिति देखने के बाद जलसंसाधन विभाग ने अपने इंजीनियरों को एलर्ट कर दिया है।
सोमवार की सुबह से ही बागमती, कोसी, गंडक के जलग्रहण क्षेत्र में जमकर बारिश हो रही है। इसके कारण सारी नदियों के जलस्तर में अचानक से बढ़ोतरी शुरू हो गयी। महज 24 घंटे में महानंदा का जलस्तर दो मीटर ऊपर पहुंच गया। इस दौरान बागमती का जलस्तर 1.72 मीटर, जबकि लकबकिया का जलस्तर 1.67 मीटर बढ़ा। इसी तरह 24 घंटे में अधवारा और कमला नदियों का जलस्तर 1.50-1.50 मीटर बढ़ गया।
बागमती सीतामढ़ी के कटोंझा में अब खतरे के निशान से 2.39 मीटर, ढेंग में 1.30 मीटर और डुब्बाधार में 1.12 मीटर ऊपर पहुंच गई है, जबकि कमला बलान मधुबनी में खतरे के निशान से 2.25 मीटर ऊपर है।बागमती चंदौति, सोनाखान में भी लाल निशान के ऊपर है, जबकि कोसी नेपाल के अलावा सुपौल, सहरसा, खगड़िया और भागलपुर में खतरे के निशान के ऊपर बनी हुई है। ललबकिया पूर्वी चंपारण में, महानंदा किशनगंज में, अधवारा सीतामढ़ी में, गंडक गोपालगंज में, परमान अररिया में लाल निशान से ऊपर बह रही है।
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