नई दिल्ली। कुछ दिनों पहले कोर्ट द्वारा सजा की सुनवाई होने के बाद तिहाड़ जेल में 24 साल की सजा काट रही सेक्स रैकेट सरगना गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन ने जेल में जहरीली दवाई और नींद की गोलियां खाकर जान देने का प्रयास किया था। मामले की सूचना मिलने के बाद जेल प्रशासन ने सोनू पंजाबन को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उक्त मामले की जांच में कई खुलासे हुए हैं। जांच में पता चला है कि सोनू देह व्यापार का धंधा व्हाट्सएप्प ग्रुप द्वारा चलाती थी। सोनू पंंजाबन ने एक ग्रुप बना रखा था। इस ग्रुप में उसने अपने सभी जानकार एजेंट को जोड़ रखा था, जिनके द्वारा से वह लड़की को ग्राहक के पास भेजती थी। लड़की पसंद करने से लेकर कीमत तय करने का काम भी व्हाट्सएप्प ग्रुप पर ही होता था। नजफगढ़ किशोरी मामले की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ।
सोनू पंजाबन को दिसंबर 2017 में क्राइम ब्रांच की महिला सब इंस्पेक्टर पंकज नेगी ने किशोरी के अपहरण और देह व्यापार करवाने के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस की कड़ी मेहनत के चलते न केवल उसका अपराध साबित हुआ बल्कि इस मामले में कोर्ट ने उसे 24 साल की सजा भी सुना दी है। इस मामले में जांच के दौरान क्राइम ब्रांच को पता चला कि पहले सोनू पंजाबन खुद देह व्यापार करती थी, लेकिन लंबे समय से उसने देह व्यापार का बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया था जिसमें सैकड़ों की संख्या में लड़कियां जुड़ी हुई थीं। इनसे वह करोड़ों रुपये की कमाई कर चुकी थी।
मोबाइल ग्रुप से चलता था धंधा
क्राइम ब्रांच ने जब सोनू पंजाबन और संदीप का मोबाइल जब्त किया तो इसमें एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बना हुआ दिखाई दिया। उक्त ग्रुप में सोनू पंजाबन के अलावा काफी एजेंट थे, जिनके संपर्क में सीधे ग्राहक रहते थे। सोनू इस ग्रुप में लड़कियों की तस्वीर डालती थी, जिसे एजेंट आगे ग्राहक को भेजते थे। वह पेटीएम के जरिये पहले कीमत चुकाते और फिर उनके पास लड़की को भेजा जाता था। इसके लिए न केवल फ्लैट बल्कि बड़े होटलों में कमरे भी बुक किये जाते थे। होटल के कमरे की कीमत से लेकर ड्राइवर का खर्च भी वह ग्राहक से वसूले जाते थे। कई बार अगर कोई ग्राहक किसी दूसरे शहर में लड़की की मांग करते तो वहां भी सोनू अपने नेटवर्क के द्वारा लड़की मुहैया करवाती थी।
हर दो महीने में बदल देती थी लड़कियां
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि सोनू अपने फ्लैट पर एक समय में 15 से 20 लड़कियों को रखती थी। इन्हें वह अपने फ्लैट, होटल और कई बार ग्राहक के साथ शहर से बाहर भी देह व्यापार के लिए भेजती थी। प्रत्येक दो से तीन महीने में वह इन लड़कियों को बदल देती थी, क्योंकि उसके ग्राहक बार-बार उन्हीं लड़कियों को नहीं चुनते थे। वह इन्हीं लड़कियों के जरिये नई लड़कियों को झांसा देकर अपने धंधे में शामिल करती थी। जिस्मफरोशी करने वाले कई अन्य ग्रुप से भी उसके संबंध थे, जिनके साथ वह लड़कियों की अदला-बदली कर लेती थी।
नाबालिग को देती थी इंजेक्शन
क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सोनू पंजाबन नाबालिग लड़कियों से भी देह व्यापार करवाती थी। उनके शरीर को विकसित करने के लिए वह उन्हें इंजेक्शन लगवाती थी। अगर नाबालिग विरोध करे तो अपने ड्राइवर से उसका रेप करवाती थी। उन्हें तब तक प्रताड़ित करती थी जब तक वह देह व्यापार का धंधा करने के लिए तैयार न हो जाये। दिल्ली के अलावा बंगाल, यूपी, हरियाणा और पंजाब में भी उसके एजेंट व लड़कियां काम करती थी। कई बार लड़कियों को अगर बदनामी का डर सताता तो वह उसे दूसरे शहर भेजने को कहती थी। सोनू उन्हें अपने एजेंट के द्वारा उन्हें दूसरे शहर भेज देती थी।
अब प्रेमी संभाल रहा पूरा धंधा
सूत्रों की मानें तो अब सोनू पंजाबन भले ही जेल में हो, लेकिन उसका धंधा अभी भी चल रहा है। उसका प्रेमी राहुल इसे चला रहा है। सोनू पंजाबन का धंधा अभी भी पहले की तरह ही चल रहा है।
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