बरपेटा। बरपेटा जिला शहर के घोरामाराहाटी इलाके में रक्त के अवैध कारोबार में लिप्त एक दलाल को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है। दलाल की पहचान चिन्मय दास उर्फ लेंग के रूप में की गई है। बरपेटा स्थित घोरामाराहाटी निवासी चिन्मय दास को उसके घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया। चिन्मय ने पूछताछ में स्वीकार किया कि रक्त के इस अवैध व्यवसाय में बरपेटा मेडिकल काॅलेज अस्पताल के ब्लड बैंक के कर्मचारी सफिउल हुसैन के साथ नर्स और कई कर्मचारी शामिल हैं। उसने बताया कि बरपेटा शहर के गलिया हाटी निवासी धनजीत दास उर्फ धन नामक एक युवक भी इस अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है।
वहीं बरपेटा मेडिकल काॅलेज अस्पताल में रक्त के अवैध कारोबार की घटना को लेकर अस्पताल के प्राचार्य डॉ. बबीजित गोस्वामी ने बरपेटा सदर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। गोस्वामी ने इस अवैध कारोबार की जांच के लिए अस्पताल की ओर से चार सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी का नेतृत्व रेडियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. एमके ठाकुर करेंगे। कमेटी में अस्पताल के डॉ. तिलक पाठक, डॉ. हरिषादित्य दास और डॉ. रक्तिम बरगोहाईं को शामिल है। तीन के अंदर कमेटी को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी।
गोस्वामी ने बताया कि 2018 में ब्लड बैंक के प्रभार से सफिउल हुसैन को हटाया गया था। लेकिन, पिछले प्राचार्य ने फिर से सफिउल को फिर से ब्लड का दायित्व सौंप दिया। स्थानीय लोगों ने बरपेटा मेडिकल काॅलेज में रक्त के चल रहे अवैध कारोबार के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त करने की मांग की है।
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