नैनीताल। मुख्यालय पर अपनी चचेरी बहन से बलात्कार के आरोप में झूठे फंसाने और उससे विवाह करने के लिये दबाव बनाने पर नाबालिग किशोर की आत्महत्या करने के मामले में छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
बीती 06 फरवरी को नगर के सात नंबर, स्टाफ हाउस हनुमान मंदिर क्षेत्र में कड़ाके की ठंड के बीच एक तत्काल पैदा हुई बच्ची लावारिस हालत में नाले से मिली थी। बाद में क्षेत्र की ही एक नाबालिग किशोरी ने उसे अपनी बच्ची स्वीकारते हुए अपने छोटे चचेरे भाई पर बलात्कार का आरोप लगाया था। किशोरी ने दावा किया था उसी से यह बच्ची पैदा हुई है। इस पर पुलिस ने नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के अधीन बाल सुधार गृह भेजा गया था और उसका डीएनए नमूना लिया गया था।
इस बीच आरोपित किशोर न्याय बोर्ड से 29 फरवरी को जमानत पर छूटकर घर आया। इसके कुछ ही दिन बाद 17 अप्रैल 2020 को 15 वर्षीय नाबालिग किशोर का शव अपने घर से कुछ दूर पेड़ पर लटका मिला था। इधर, डीएनए रिपोर्ट में उसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। यानी नाबालिग लड़की के आरोप झूठे साबित हुये थे। अब मृतक के पिता की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने उसे अपने बच्चे के पिता के तौर पर आरोपित करने वाली नाबालिग लड़की के मां-पिता, भाई, जीजा, जीजा के भाई और पड़ोसी महिला के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।
इस मामले में मृतक नाबालिग के स्टाफ हाउस निवासी पिता रमेश प्रसाद ने मल्लीताल कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि नाबालिग लड़की के परिजनों ने उसके पुत्र के जमानत पर घर आने के बाद उस पर शादी करने का भारी दबाव बनाया, जिसके कारण वह अवसाद में चला गया और उसने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया। लिहाजा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इधर मल्लीताल कोतवाली के एसएसआई मो. उस्मान ने बताया कि नाबालिग लड़की के खिलाफ पहले ही बच्ची की हत्या व पास्को अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है। अब बच्ची के जैविक पिता का पता लगाने के लिए अन्य संदिग्धों के नमूने भी लिये जायेंगे।
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