नई दिल्ली। इजराइल में एक 16 साल की युवती के साथ 30 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके विरोध में अलग-अलग शहरों में लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आरोपित होटल के कमरे के बाहर एकत्रित हो गए थे और मौका मिलने का इंतजार कर रहे थे जिससे वह अपने इरादों को अंजाम दे सकें। हालांकि होटल के मालिक का कहना है कि इस बात का कोई भी सबूत नहीं है कि दुष्कर्म की घटना उनके होटल में हुई है। उनका कहना है कि उनके रेड सी होटल के कैमरा सिक्योरिटी फुटेज को उन्होंने पुलिस को सौंप दिया है जिसमें ऐसा कुछ भी नहीं दिखाया गया है जिससे यह सिद्ध होता हो कि 30 लोगों का समूह कहीं एकत्रिकरण हुआ है।
इसी बीच 27 साल के 2 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है जिन्होंने पीड़ित को वीडियो भेजकर धमकी दी थी। प्रशासन को अब मेडिकल रिपोर्ट्स का इंतजार है जबकि पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। पीड़ित ने सबसे पहले पुलिस को पिछले हफ्ते एलियात में सूचना दी थी लेकिन उस समय उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
Protests fume over the rape of a 16-year old girl in #Eilat. https://t.co/a7ecJFY9Yx
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— The Jerusalem Post (@Jerusalem_Post) August 23, 2020
देश के बड़े शहरो तेल-अवीव और यरुशलम में लोगों ने इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इजराइल के राष्ट्रपति रुवेन रिवलिन और प्रधानमंत्री बेंजेमिन नेतन्याहू से महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर बात करने के लिए कहा।
देश के युवाओं के नाम खुले पत्र में राष्ट्रपति रिवलिन ने कहा कि शारिरिक रूप से कसी को प्रताड़ित करना, दुष्कर्म एक प्रकार की हिंसा है। यह कुछ ऐसे धब्बे हैं जिन्हें कभी भी मिटा नहीं जा सकता है। इन लोगों ने हैवानियत की सभी हदों को पार किया है। साथ ही समाज को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
घटना के बाद नेतन्याहू ने कहा कि यह चौकाने वाली है। उनके पास शब्द नहीं हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी संदिग्धों को ट्रायल पर रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अपराध उच बच्ची के साथ नहीं बल्कि इंसानियत के खिलाफ है और हम सब इसकी निंदा करते हैं।
नेतन्याहू के साथ गठबंधन सरकार में सहयोगी और रक्षामंत्री बेनी गांट्स ने कहा है कि वह कौन आदमी था जो दर्जनों के साथ भीड़ में खड़ा था। जहां पर युवती थी वो वहां पर कैसा पहुंचा वो क्या साबित करना चाहता है। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच जारी है। इस घटना में शामिल आरोपितों को संदेश देते हुए गांट्स ने कहा कि वह केवल इतना कहेंगे कि आरोपितों ने अपने भ्रष्ट आचार का सबूत दिया है, तुम्हारे अंदर की आत्मा मर चुकी है।
उल्लेखनीय है कि दो बड़े शहरों तेल-अवीव और यरुशलम के अलावा गिवाटायिम, हाइफा और देश के 30 अन्य प्रमुख हिस्सों में भी प्रदर्शन किए गए। प्रदर्शनकारी हाथ में तख्ती लेकर विरोध कर रहे थे जिसमें लिखा था कि ‘हम और चुप नहीं रहेंगे’।
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