रायबरेली। सीमेंट लूटकर ट्रक चालक और क्लीनर की हत्या की गई थी। 11 दिन बाद मंगलवार को पुलिस ने इस चर्चित मामले का ख़ुलासा करते हुए दो बदमाशों को गिरफ़्तार किया है। जबकि तीन बदमाश अभी भी फ़रार हैं। पुलिस ने लूटी गई सीमेंट को भी बरामद कर लिया है। पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने पत्रकारों को बताया कि सीमेंट लूट मामले में गिरफ़्तार अजय सिंह ने अपने साथी रोहित सिंह व अमित उर्फ मोनू सिंह के साथ सीमेंट लेकर रायबरेली से अम्बेडकरनगर जा रही ट्रक को मोहम्मदपुर गांव के पास रोका और ड्राइवर और क्लीनर के सिर पर रॉड और पाना से चोट पहुंचाकर हत्या कर दी। शव को पास ही नइया नाले में फेंक दिया और ट्रक में लदी सीमेंट को मो. जाकिर की दुकान में छुपा दिया।
उन्होंने बताया कि अगले दिन बड़ी चालाकी से अभियुक्तों ने ट्रक को प्रतापगढ़ जिले के मुस्तफाबाद पेट्रोल पंप पर खड़ा कर फरार हो गए। बाद में ड्राइवर और क्लीनर के शव को नइया नाले से ही अलग—अलग बरामद किया गया। पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई के अनुसार, अभियुक्त अजय सिंह के पास से तमंचा व कारतूस भी बरामद किया गया है। अभियुक्तों की निशानदेही पर मृतकों के कपड़े व आलाकत्ल भी झाड़ियों से मिले हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में अजय सिंह निवासी घुराडीह थाना मिल एरिया व जाकिर हुसैन निवासी राघवपुर थाना बछरांवा को गिरफ्तार किया गया है। जबकि रोहित सिंह निवासी बकहा थाना मिल एरिया, अमित सिंह निवासी दुसौती थाना महराजगंज व रोहित सिंह निवासी घुराडीह फ़रार हैं। उन्होंने बताया कि घटना का खुलासा करने में मिल एरिया, महराजगंज पुलिस व एसओजी ने प्रमुख भूमिका निभाई है। गौरतलब है कि 14 अगस्त को बिरला सीमेंट फैक्टरी से अम्बेडकर नगर ले जा रहे ट्रक से सीमेंट को लूट लिया गया था और ड्राइवर वेद प्रकाश तिवारी व प्रह्लाद पांडे की हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया गया था। बाद में उनके शव अलग अलग जगहों से नाले में बरामद किए गए थे।
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