बिजनौर। एसपी ने मानवता को शर्मसार करने पर स्वाट (एसओजी) टीम प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है। स्वाट टीम प्रभारी ने अपनी टीम के साथ शव लेकर जा रही एंबुलेंस के चालक व मृतक के परिजनों से मारपीट की थी। इस मामले की जांच सीओ नगीना को सौंपी गई है।
बढ़ापुर के किराना व्यापारी रविंद्र अग्रवाल का बीमारी के कारण मेरठ के एक अस्पताल में निधन हो गया था। 28/29 अगस्त की रात रविंद्र अग्रवाल के परिजन उनके शव को एक एंबुलेंस से लेकर बढ़ापुर जा रहे थे। बढ़ापुर नगीना मार्ग स्थित खो नदी के पुल पर एंबुलेंस के चालक को हाथों में डंडे और शस्त्र लिए कुछ लोगों ने रुकने का इशारा किया तो, इस पर चालक ने एंबुलेंस को तेज दौड़ा दिया।
शस्त्र व डंडे लिए लोगों ने बोलेरो गाड़ी से एंबुलेंस का पीछा किया और उसको रोक लिया। आरोप है कि शस्त्र लिए लोगों ने चालक व मृतक के परिजनों के साथ मारपीट की और उन्हे छोड़ दिया। व्यापारी के परिजनों ने बढ़ापुर पहुंचकर मामले की सूचना पुलिस को दी। एक अन्य व्यापारी ने भी खो नदी के पुल पर बदमाश होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि नदी पर स्वाट टीम प्रभारी कांती प्रसाद शर्मा अपनी टीम के साथ खड़े हुए है।
एसपी डा.धर्मवीर सिंह ने मृतक के परिजनों के साथ मारपीट कर मानवता को शर्मसार करने पर प्रथम दृष्टया जांच में आरोप सही पाए जाने पर कांती प्रसाद शर्मा को शनिवार की दोपहर लाइन हाजिर कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि कांति प्रसाद शर्मा के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरना तय है। एसपी ने पूरे मामले की जांच सीओ नगीना प्रभात कुमार को दी है।
‘जतना के साथ दुर्व्यवहार करने पर स्वाट (एसओजी) टीम के प्रभारी निरीक्षक कांती प्रसाद शर्मा को प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर लाइन हाजिर कर दिया गया है।’
-डा.धर्मवीर सिंह, एसपी बिजनौर
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