बिहारशरीफ़5 घंटे पहले
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- नवाचार अपलोड नहीं करने वाले सरकारी कॉलेज के साइंस शिक्षक नपेंगे
बाल वैज्ञानिक निर्माण को लेकर जिले में चल रहे इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत प्रत्येक विद्यालय के छात्र-छात्राओं को वैज्ञानिक बनने का अवसर मिलना चाहिए। इसके लिए जिला तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, नोडल शिक्षक, परियोजना कर्मी को आवश्यक पहल करने की आवश्यकता है।
उक्त बातें सोमवार को नालंदा कॉलेजिएट स्कूल के सभागार में बीईओ, बीआरपी तथा साइंस शिक्षकों की समीक्षा बैठक में डीईओ मनोज कुमार ने कही। बैठक में विद्यालयों में हो रहे क्रिया-कलापों की समीक्षा भी की गई। उन्होंने इंस्पायर अवार्ड की धीमी प्रगति व विद्यालयों के द्वारा एक भी प्रोजेक्ट अपलोड नहीं करने पर नाराजगी जताई।
मालूम हो कि पिछले 1 जून से इंस्पायर अवार्ड के तहत छात्र-छात्राओं का ऑनलाइन पंजीकरण कार्य जारी है। चयनित होनेवाले विद्यार्थियों को 10 हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी। डीईओ ने कक्षा 6 से 10 तक के सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि प्रत्येक विद्यालय से पांच-पांच छात्र-छात्राओं का ऑनलाइन पंजीकरण कराएं।
प्रधानाध्यापक अपने स्कूलों से श्रेष्ठ मौलिक, सृजनात्मक विचार प्रस्तुत करनेवाले विद्यार्थियों का नॉमिनेशन कराने में प्राथमिकता दें। जिनका विचार श्रेष्ठ होगा, उसका चयन जिलास्तर पर किया जाएगा।
इंस्पायर अवार्ड में मिलनेवाली छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थी का खाता र किसी भी बैंक में होना चाहिए। आवेदन करने से लेकर चयन होने के बाद कम से कम तीन माह तक सक्रिय होना चाहिए। उन्होने बताया कि आवेदन नहीं करने वाले स्कूलों के एचएम और साइंस टीचर पर कार्रवाई की जाएगी।
इस मौके पर जिला कार्यक्रम समन्वयक अर्जुन प्रसाद,संभाग प्रभारी डॉ . मुकेश कुमार, कार्यक्रम सहायक संजय कुमार, प्रखण्ड साधन सेवी दीपू कुमार, राजीव रंजन, मास्टर ट्रेनर डॉ अभिनव कुमार, अश्विनी चन्द्र, प्रशांत प्रियदर्शी, शिव शंकर लाल सहित सभी विद्यालय के नोडल शिक्षक उपस्थित थे।
पोर्टल पर करें रजिस्ट्रेशन
बैठक में बताया गया कि इंस्पायर अवार्ड पोर्टल पर क्लिक करने के बाद अपने स्कूल की लॉगिंग कर अपने स्कूल का यू-डाईस कोड अपडेट करें। इसके बिना पोर्टल पर नॉमिनेशन नहीं होगा।
डीईओ ने बीईओ को निर्देश दिया कि जिस विद्यालय में विज्ञान शिक्षक की उपलब्धता नहीं है उक्त विद्यालय में आस-पास के विद्यालय में पदस्थापित विज्ञान शिक्षक को टैग करें। ताकि विज्ञान शिक्षक उक्त विद्यालय में भी छात्र-छात्राओं को पंजीकरण के लिए प्रेरित करेंगे।
नवाचारी प्रोजेक्ट होगा मददगार : मास्टर ट्रेनर डॉ अभिनव कुमार ने कहा कि इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत विद्यार्थी विज्ञान व तकनीक का प्रयोग कर सामाजिक विकास के क्षेत्र में समस्याओं का समाधान करने वाले नवाचारी प्रोजेक्ट तैयार करते हैं। यह प्रोजेक्ट स्कूल स्तर पर तैयार किए जाते हैं।
इसके बाद प्रोजेक्ट की प्रखंड, जिला व प्रदेश स्तर पर प्रदर्शनी लगाई जाती है। बेहतरीन प्रोजेक्ट को राष्ट्रस्तर की प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी के लिए भी चयनित किया जाता है।
60 श्रेष्ठ नवाचारी प्रोजेक्ट का होगा चयन
अगस्त में नवप्रवर्तनों का चयन और पुरस्कार राशि का हस्तांतरण
सितम्बर में जिलास्तरीय प्रदर्शनी और प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन अक्टूबर में राज्यस्तरीय प्रदर्शनी और प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन दिसम्बर के पहले सप्ताह में राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी और प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन मार्च माह में राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले नवप्रवर्तन उत्सव में विशिष्ट 60 नवप्रवर्तनों का प्रदर्शन किया जाएगा।
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