Reliance Retail Company News: General Atlantic To Invest Rs 3675 Crore In Reliance Retail – रिलायंस रिटेल को मिला तीसरा निवेशक, जनरल अटलांटिक करेगी 3,675 करोड़ का निवेश

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली

Updated Wed, 30 Sep 2020 10:10 AM IST

रिलायंस रिटेल कंपनी : मुकेश अंबानी
– फोटो : ट्विटर

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जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश जुटाने के बाद अब मुकेश अंबानी अपनी रिटेल कंपनी के लिए फंड जुटाने में लगे हैं। मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस रिटेल को अपना तीसरा निवेशक मिल गया है। इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक कंपनी में 0.84 फीसदी हिस्सेदारी 3,675 करोड़ रुपये में खरीदेगी। इस सौदे के लिए रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी वैल्यू 4.285 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। इस कंपनी का रिलायंस में यह दूसरा निवेश है। इससे पहले उसने जियो प्लेटफॉर्म्स में 6,598.38 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी।

पहले इन कंपनियों ने किया निवेश

इससे पहले दुनिया की दिग्गज टेक इन्वेस्टर कंपनी सिल्वर लेक ने रिलायंस रिटेल में 7500 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की थी, जिसके बदले में कंपनी को रिलायंस रिटेल में 1.75 फीसदी हिस्सेदारी मिली है। साथ ही अमेरिकी कंपनी केकेआर ने भी रिलायंस रिटेल में 1.75 फीसदी हिस्सेदारी 5550 करोड़ रुपये में खरीदी है।

ये है कंपनी का लक्ष्य

रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देशभर मे फैले 12,000 से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ ग्राहक आते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस है। रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस का तमगा भी है। कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों, छोटे उद्योगों, खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें।  

रिलायंस रिटेल ने अपनी नई वाणिज्य रणनीति के तहत छोटे और असंगठित व्यापारियों का डिजिटलीकरण शुरू किया है। कंपनी का लक्ष्य दो करोड़ व्यापारियों को इस नेटवर्क से जोड़ना है। यह नेटवर्क व्यापारियों को बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ ग्राहकों को बेहतर मूल्य पर सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा।

मुकेश अंबानी ने किया स्वागत

इस संदर्भ में मुकेश अंबानी ने कहा कि, ‘मैं प्रसन्न हूं कि जनरल अटलांटिक के साथ हमारे संबंध और मजबूत हुए हैं। हम व्यापारियों और उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने और अंततः भारतीय रिटेल की तस्वीर बदलने के लिए काम कर रहे हैं। रिलायंस रिटेल की तरह, जनरल अटलांटिक भी प्रगति और विकास के लिए डिजिटल क्षमता में विश्वास करती है। जनरल अटलांटिक की विशेषज्ञता और भारत में निवेश के दो दशकों के उसके अनुभव का लाभ उठाने के लिए हम तत्पर हैं। क्योंकि हम देश में रिटेल की सूरत बदलने के लिए नया कॉमर्स प्लेटफार्म विकसित कर रहे हैं।’

ईशा अंबानी ने भी जताई खुशी

साथ ही रिलायंस रिटेल की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा कि, ‘एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप जनरल अटलांटिक का स्वागत करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। सभी भारतीय उपभोक्ताओं और व्यापारियों के हित में हम भारतीय रिटेल ईको-सिस्टम का विकास जारी रखेंगे। रिटेल स्पेस में जनरल अटलांटिक के पास जबरदस्त विशेषज्ञता है और इससे हमें लाभ की उम्मीद है।’

जनरल अटलांटिक के CEO ने भी दिया बयान

वहीं जनरल अटलांटिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बिल फोर्ड ने कहा कि, ‘जनरल अटलांटिक देश के रिटेल क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की मुकेश अंबानी के मिशन का समर्थन करती है। जनरल अटलांटिक टेक्नोलॉजी की ताकत में रिलायंस इंडस्ट्रीज की धारणा में भी गहरा विश्वास रखती है। हमें वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक बार फिर से रिलायंस टीम के साथ भागीदारी करने पर सम्मानित महसूस कर रहे है।’

जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश जुटाने के बाद अब मुकेश अंबानी अपनी रिटेल कंपनी के लिए फंड जुटाने में लगे हैं। मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस रिटेल को अपना तीसरा निवेशक मिल गया है। इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक कंपनी में 0.84 फीसदी हिस्सेदारी 3,675 करोड़ रुपये में खरीदेगी। इस सौदे के लिए रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी वैल्यू 4.285 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। इस कंपनी का रिलायंस में यह दूसरा निवेश है। इससे पहले उसने जियो प्लेटफॉर्म्स में 6,598.38 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी।

पहले इन कंपनियों ने किया निवेश

इससे पहले दुनिया की दिग्गज टेक इन्वेस्टर कंपनी सिल्वर लेक ने रिलायंस रिटेल में 7500 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की थी, जिसके बदले में कंपनी को रिलायंस रिटेल में 1.75 फीसदी हिस्सेदारी मिली है। साथ ही अमेरिकी कंपनी केकेआर ने भी रिलायंस रिटेल में 1.75 फीसदी हिस्सेदारी 5550 करोड़ रुपये में खरीदी है।

ये है कंपनी का लक्ष्य
रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देशभर मे फैले 12,000 से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ ग्राहक आते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस है। रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस का तमगा भी है। कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों, छोटे उद्योगों, खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें।  

रिलायंस रिटेल ने अपनी नई वाणिज्य रणनीति के तहत छोटे और असंगठित व्यापारियों का डिजिटलीकरण शुरू किया है। कंपनी का लक्ष्य दो करोड़ व्यापारियों को इस नेटवर्क से जोड़ना है। यह नेटवर्क व्यापारियों को बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ ग्राहकों को बेहतर मूल्य पर सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा।

मुकेश अंबानी ने किया स्वागत

इस संदर्भ में मुकेश अंबानी ने कहा कि, ‘मैं प्रसन्न हूं कि जनरल अटलांटिक के साथ हमारे संबंध और मजबूत हुए हैं। हम व्यापारियों और उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने और अंततः भारतीय रिटेल की तस्वीर बदलने के लिए काम कर रहे हैं। रिलायंस रिटेल की तरह, जनरल अटलांटिक भी प्रगति और विकास के लिए डिजिटल क्षमता में विश्वास करती है। जनरल अटलांटिक की विशेषज्ञता और भारत में निवेश के दो दशकों के उसके अनुभव का लाभ उठाने के लिए हम तत्पर हैं। क्योंकि हम देश में रिटेल की सूरत बदलने के लिए नया कॉमर्स प्लेटफार्म विकसित कर रहे हैं।’

ईशा अंबानी ने भी जताई खुशी

साथ ही रिलायंस रिटेल की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा कि, ‘एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप जनरल अटलांटिक का स्वागत करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। सभी भारतीय उपभोक्ताओं और व्यापारियों के हित में हम भारतीय रिटेल ईको-सिस्टम का विकास जारी रखेंगे। रिटेल स्पेस में जनरल अटलांटिक के पास जबरदस्त विशेषज्ञता है और इससे हमें लाभ की उम्मीद है।’

जनरल अटलांटिक के CEO ने भी दिया बयान

वहीं जनरल अटलांटिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बिल फोर्ड ने कहा कि, ‘जनरल अटलांटिक देश के रिटेल क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की मुकेश अंबानी के मिशन का समर्थन करती है। जनरल अटलांटिक टेक्नोलॉजी की ताकत में रिलायंस इंडस्ट्रीज की धारणा में भी गहरा विश्वास रखती है। हमें वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक बार फिर से रिलायंस टीम के साथ भागीदारी करने पर सम्मानित महसूस कर रहे है।’

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