Pakistan government action on Mariam Nawaz’s husband| Safdar awan arrested hours after speech at anti-government rally, police broke door and picked him from hotel room | मरियम नवाज के पति गिरफ्तार होने के कुछ समय बाद ही बेल पर रिहा हुए, पुलिस ने उन्हें दरवाजा तोड़कर होटल के कमरे से उठाया था

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इस्लामाबाद43 मिनट पहलेलेखक: अब्दुल्ला जफर

मरियम नवाज के पति सफदर अवान (दाएं सफेद कुर्ते में) पाकिस्तानी सेना में कैप्टन रह चुके हैं। पुलिस ने उन्हें रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी की वजह भी नहीं बताई।

  • सरकार में सेना के दखल के खिलाफ मरियम खुलकर बोल रही हैं, रविवार को रैली में उनके पति भी साथ थे
  • मरियम रैली से पहले जिन्ना की मजार पर गईं, कुछ सरकारी अफसरों ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी

पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज के पति को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, कुछ देर के बाद ही बेल पर उन्हें रिहा कर दिया गया। मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) की नेता मरियम ने रविवार को सरकार विरोधी रैली में भाषण दिया था। इसके कुछ ही घंटों बाद यह कार्रवाई हुई। मरियम ने सोमवार को ट्वीट किया- हम कराची में होटल के जिस कमरे में ठहरे थे, पुलिस ने उसका दरवाजा तोड़ दिया। कैप्टन सफदर अवान को गिरफ्तार कर लिया गया।

मरियम नवाज सरकार में सेना के दखल के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं। वे रविवार को कराची में 11 पार्टियों के गठबंधन पब्लिक डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की रैली में शामिल हुईं थी। भाषण में उन्होंने सरकार की आलोचना की थी। बीते दिनों सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने वाले कई नेताओं पर कानूनी कार्रवाई हुई है।

रैली में जाने से पहले जिन्ना के मजार पर गई थीं मरियम

कराची पुलिस ने कैप्टन मोहम्मद सफदर को जिन्ना की मजार की पवित्रता भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मरियम रविवार को सरकार विरोधी रैली में शामिल होने से पहले जिन्न की मजार पर फातिहा (प्रार्थना) पढ़ने गईं थी। इस दौरान उनके समर्थकों ने नारेबाजी की थी। मरियम के पति ने जिन्ना के मजार पर लगी ग्रील को लांघा था। वहां से लौटने के बाद ‘वोट को इज्जत दो’ के नारे लगाए थे। उन्होंने लोगों से अपने साथ आने की अपील की थी। इस पर रूलिंग पार्टी के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की थी।

मरियम और उनके पति पर एफआईआर दर्ज हुई थी
मजार पर नारेबाजी को लेकर रूलिंग पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने नाराजगी जाहिर की थी। मैरीटाइम मिनिस्टर अली हैदर जैदी ने पुलिस से इसके खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा था। उन्होंने सफदर की गिरफ्तार से पहले ट्वीट किया, ‘‘ सिंध के आईजी को यह स्पष्ट चेतावनी है। मजार-ए- कैद पर हंगामा करने वालों पर जरूर एक्शन लें। अगर वे कराची से बाहर निकले तो आप उन्हें बचाने और छोड़ने के जिम्मेदार होंगे। आप को इस अपराध को अंजाम देने वालों का मददगार समझा जाएगा। इसके बाद मरियम नवाज, उनके पति और उनकी पार्टी के 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।

कई सेक्शन के तहत मामला दर्ज
इस मामले में कैद-ए-मजार (सुरक्षा और रखरखाव) आर्डिनेंस 1971 की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। सेक्शन 6 के तहत मजार पर मीटिंग करने या रैली निकालने, सेक्शन 8 के तहत हथियार के साथ मजार में घुसने और सेक्शन 10 के तहत कानून को न मानने के लिए जुर्माना लगाने के आरोपों में एफआईआर दर्ज हुई थी। पीएमएल-एल नेताओं पर सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और शिकायत करने वाले को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर फवाद चौधरी ने भी मरियम और सफदर से इसके लिए माफी मांगने की मांग की थी।

होटल से गिरफ्तारी पर इमरान के मंत्री का इनकार
पीएमएल-एन नेता सफदर को होटल के कमरे से गिरफ्तार करने का दावा कर रहे हैं। हालांकि, मंत्री अली जैदी ने इसे गलत ठहराया। उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें सफर को पुलिस के मोबाइल वैन में ले जाया जा रहा है। जैदी ने कहा, ‘‘मरियम एक बार फिर झूठ बोल रही हैं कि दरवाजा तोड़ा गया था। क्या ऐसा कुछ लग रहा है। क्या सफदर को हथकड़ियां लगाई गई थी। इसके बाद पीएमएल-एन के सोशल मीडिया सेल ने भी एक वीडियो जारी किया। इसमें होटल का टूटा हुआ दरवाजा नजर आ रहा है।

सिंध सरकार ने मामले से खुद को अलग किया
सिंध सरकार ने इस मामले से खुद को दूर कर लिया है। सिंध राज्य में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की सरकार है। सिंध मंत्री सईद गनी ने कहा कि कैप्टन सफदर का बर्ताव सही नहीं था। हालांकि, उन्हें जिस तरह गिरफ्तार किया गया है वह गलत है। पीपीपी की सांसद शर्मिला फारूकी ने भी यही बात कही। उन्होंने कहा कि इस मामले से सिंध सरकार का लेना देना नहीं है। हालांकि, यह सरकार के खिलाफ बनाए गए विपक्षी पार्टियों के गठबंधन को तोड़ने और सिंध सरकार को बदनाम करने की कोशिश है।

कराची से पहले गुजरांवाला में हुई थी रैली

कराची से पहले पीडीएम की रैली गुजरांवाला में हुई थी। शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन की रैली में कई फौजी जनरलों और आर्मी चीफ पर आरोप लगाए गए थे। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसकी निंदा की। इस पर विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो ने सफाई दी। कहा, ‘‘इमरान को विपक्ष पर आरोप लगाने का कोई हक नहीं है। वे सेलेक्टेड पीएम हैं और उनकी वजह से फौज पर आरोप लग रहे हैं। इमरान ने ही विपक्ष को फौज का नाम लेने के लिए मजबूर किया है।’’



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