बाड़मेर। राजस्थान में अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों पर अत्याचार दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। राज्य सरकार इन मामलों में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।
ऐसा ही एक मामला बाड़मेर जिले के गिड़ा तहसील के शहर गांव का सामने आया है। जहां एक दलित परिवार गांव छोड़ने पर मजबूर हो गया हैं। उदाराम पुत्र चिमनाराम मेघवाल ने रविवार को बाड़मेर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौपकर अत्याचार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग रखी।
पीड़ित ने ज्ञापन मे बताया कि 08.06.2020 को मेरे घर पर सुबह मेरी मां कस्तूरी देवी व मेरे बच्चों पर धनपुरी पुत्र भँवरपुरी, भिखपुरी पुत्र मोहनपुरी, भँवरपुरी पुत्र मोहनपुरी, जगदीश पुत्र भिखपुरी जाति गोस्वामी निवासी गिड़ा शहर मेरे घर में घुस कर धारदार हथियारों व लाठियों से लैस होकर जानलेवा हमला बोल दिया। जिसमें मेरी मां के सिर पर गम्भीर चोटे भी आई। इस मामले की रिपोर्ट मैने 8 तारीख को ही गिड़ा थाने में दर्ज करवा दी गई थी।
मुकदमा दर्ज करवा कर वापिस घर आया तो रात को 12 बजे ये 10 लोग दुबारा हथियारों व लाठियों से लैस होकर अपने वाहनों में हमला करने की नियत से मेरे घर पर आये और घर को चारों और से घेर लिया। तब मैंने पुलिस थाना गिड़ा में फोन कर उक्त घटना की सूचना दी, व 1 घण्टे बाद पुलिस मौके पर आई जब तक लोग वहां से फरार हो चुके थे।
पीड़ित ने पुलिस द्वारा कोई कारवाई नहीं करने का लगाया आरोप
पीड़ित ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आज तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है।आरोपी मेरे परिवार को बार-बार जान से मारने की धमकियां दे रहे है। हमारे परिवार का घर से बाहर पानी, सामान, मजदूरी आदि के लिए निकलना भी मुश्किल हो गया है साथ ही इन लोगों ने मेरे परिवार को जान से मारने की खुली चेतावनी भी दे रखी है मेरे खेत जाने का रास्ता भी बंद कर दिया है। उक्त आरोपियों द्वारा पूर्व में भी मेरे पर जानलेवा हमला किया था। जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन चल रहा है।
अपराधि प्रवृति के है आरोपी
आरोपी भीखपुरी जोधपुर में फर्जी अधिकारी बनकर पकड़ा भी जा चुका है। मेरे बच्चे पढ़ाई कर रहे है उनको भी भीखपुरी झुठे मुकदमें में फसाने की धमकियां दे रहा है। भीखपुरी आदतन बदमाश प्रवृति का व्यक्ति है, जिसने कई लोगों पर झुठे मुकदमें कर उनको फसाने की कोशिश की है।
उक्त आरोपियों को पूर्व में कई बार शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु पाबन्द भी किया जा चुका है फिर भी ये लोग बार-बार मेरे परिवार को मारने पर उतारू हो रहे है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से उक्त मामले में आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही व परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
जानकारी के अनुसार आरोपी भीखपुरी के ऊपर राजस्थान के कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं। ये आरोपी खुद को आईएफएस अधिकारी बताता है। 18 माह पहले इस व्यक्ति को जोधपुर की हाउसिंग बोर्ड थाने की पुलिस ने गिरफ्तार करके इसे पाबन्द किया था। पीड़ित उदाराम इस व्यक्ति से परेशान होकर आत्महत्या करने को मजबूर हो रहा हैं। इस मामले को लेकर बाड़मेर पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है एवं उक्त आरोपी खुलेआम घूम रहे है।
इस पूरे मामले को लेकर मिशन अगेंस्ट एट्रोसिटी, गुड़गांव दिल्ली के संस्थापक प्रवीण गौतम ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से राजस्थान सरकार एवं जिला प्रशासन बाड़मेर से कार्यवाही करने की मांग की हैं। गौतम ने बताया कि, अगर समय रहते इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं होती है तो मुझे मजबूरन बाड़मेर आकर पीड़ित परिवार की पैरवी करनी पड़ेगी, जिसमें देशभर के बहुजन समाज के सैकड़ों लोग शामिल होंगें।
इनका कहना है-
गिड़ा थाना में 08.06.2020 को एक एससी एसटी का मामला दर्ज हुआ है, जिसमें मामले की जांच होते ही तुरन्त आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कल ज्ञापन सौंपने के बाद शाम को बाड़मेर के डिप्टी भी जाँच के लिए मौके पर गए थे।
खींवसिंह भाटी- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाड़मेर
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