भभुआ3 घंटे पहले
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- अर्द्धरात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म लिए जाने के उपरांत भजन कीर्तन के साथ महिलाओं ने गाए सोहर
बीते मंगलवार व बुधवार को शहर के कई मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर उल्लास का माहौल खासकर नन्हे-नन्हे बच्चों में देखा गया। बच्चे बाल रूप में मनमोहक दिखे। शहर के डाकेश्वर महादेव मंदिर, देवी जी मंदिर स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर इत्यादि मंदिरों को आकर्षक लाइटों से सजाया गया। जहां उल्लास पूर्ण वातावरण में भगवान श्रीकृष्ण की आराधना पूरे विधि विधान से की गई। इधर, जिले के लोगों ने अपने अपने घरों में डोल रखकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा आराधना की। अर्द्ध रात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म लिए जाने के उपरांत भजन कीर्तन किया गया। उधर, जिले के ग्रामीण इलाके व कस्बों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भक्तों ने भगवान की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा आराधना की और मनोवांछित फल की कामना की।
नन्हें बालकों ने धरा बाल गोपाल का रूप
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भक्त व श्रद्धालु जहां भक्तिभाव में सराबोर रहे वहीं नन्हें बालक व बालिकाओं ने राधा-कृष्ण का बाल रूप धर भगवान के बाल अवतार के दर्शन कराये।
तिवारी टोला में आयोजित कार्यक्रम में भक्ति गीतों की रसधार बही
भभुआ तिवारी टोला में राम जानकी मंदिर में धूमधाम से मनाई गई। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भजन कीर्तन का दौर रात भर चला। श्रद्धालुओं ने मध्य रात्रि 12 बजे के बाद भगवान श्री कृष्ण के आरती के बाद भोग लगाया और प्रसाद ग्रहण किया। श्री कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर आगत अतिथियों का स्वागत नगर परिषद सभापति के प्रतिनिधि बबलू तिवारी द्वारा माला पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में भक्ति गीतों की रसधार बही।
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