नई दिल्ली। चांदनी चौक इलाके में बुधवार दोपहर कर्ज से परेशान दो ज्वेलर भाईयों ने एक साथ फांसी लगाकर जान दे दी। मृतकों की शिनाख्त अंकित गुप्ता (47) और अर्पित गुप्ता (42) के रूप में हुई है। दोपहर के समय दोनों भाईयों के शव तीसरी मंजिल स्थित उनके कारखाने में धोती के सहारे गाटर से लटके मिले। कर्मचारियों ने उनको लटके देखा तो शोर मचा दिया। आत्महत्या की खबर मिलते ही जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस को मृतकों के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। नोट में दोनों ने आर्थिक स्थिति खराब होने का जिक्र किया हैं। वहीं दोनों के बुजुर्ग पिता ने आरोप लगाया है कि बेटों ने किसी फाइनेंसर से 60-70 लाख रुपये कर्ज लिया हुआ था। फाइनेंसर और उसके बाउंसर दोनों बेटों को परेशान कर रहे थे। इससे हताश होकर दबाव में दोनों ने फांसी लगा ली। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिला पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि अंकित और अर्पित परिवार के साथ सीताराम बाजार, हौजकाजी इलाके में रहते थे। इनके परिवार में बुजुर्ग पिता आदेश्वर गुप्ता (75), अंकित की पत्नी और दो बच्चे हैं। अंकित और अर्पित का सबसे छोटा भाई कालकाजी इलाके में परिवार के साथ रहता है। उसका अपना अलग कारोबार है। इधर अंकित और अर्पित का चांदनी चौक के मालीवाड़ा में पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल पर जेवरात बनाने का काम था। पहली मंजिल पर इनके पिता आदेश्वर ने प्रॉपर्टी डीलिंग का दफ्तर भी बनाया हुआ था। पिता ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों दोनों बेटों को कारोबार में घाटा हुआ तो उन्होंने इलाके के ही एक फाइनेंसर से ऊंचे ब्याज पर मोटा कर्जा ले लिया। लॉक डाउन हुआ तो इनका कारोबार और मंदा हो गया। उधर फाइनेंसर ने अपने रुपये दोनों भाईयों से मांगना शुरू कर दिया।
दोनों भाई रुपये वापस करने के लिए समय की मांग कर रहे थे, लेकिन फाइनेंसर के बाउंसर दोनों को धमकाकर जाते थे। इससे दोनों बुरी तरह परेशान हो चुके थे। बुधवार दोपहर को दोनों तीसरी मंजिल पर मौजूद थे। इनके पिता पहली मंजिल के अपने दफ्तर में मौजूद थे। करीब तीन बजे एक कर्मचारी ऊपर गया तो उसने देखा कि अंकित और अर्पित फंदे से लटके हुए हैं। उसने फौरन आदेश्वर को इसकी सूचना दी। पूरे इलाके में खबर आग की तरह फैल गई। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कारोबारियों की भारी भीड़ इनकी दुकान के आगे जुट गई। घटना को लेकर कारोबारियों में खाासा रोष था। पुलिस ने औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शवों को कब्जे में लिया। परिजनों से पूछताछ कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह खबर भी पढ़े: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ दर्ज किया केस
यह खबर भी पढ़े: राजस्थान में सात सितम्बर से आमजन के लिए खुल सकेंगे धार्मिक स्थल