- करीब 15 किलोमीटर की इस यात्रा में शहीद के पार्थिव शरीर के साथ हजारों की संख्या में लोग चले
- लोगों ने शहीद सुनील भैया अमर रहें और हिन्दुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए
दैनिक भास्कर
Jun 18, 2020, 10:18 AM IST
पटना. लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के हमले में हुई बिहटा के तारानगर निवासी सुनील कुमार की शहादत ने उनकी वृद्ध माता व लकवाग्रस्त पिता का सहारा छीन लिया है।

गुरुवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव तारानगर लाया गया। यहां अंतिम दर्शन के बाद मनेर स्थित गंगा घाट के लिए शवयात्रा निकली। करीब 15 किलोमीटर की इस यात्रा में शहीद के पार्थिव शरीर के साथ हजारों की संख्या में लोग चल रहे थे। रास्ते में लोगों ने पार्थिव शरीर पर फूल बरसाए। इस दौरान लोगों ने शहीद सुनील भैया अमर रहें और हिन्दुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। इसके साथ ही लोगों ने चीनी सामानों के बहिष्कार का नारा भी बुलंद किया।

पार्थिव शरीर को सेना के वाहन पर रखा गया था। बिहार रेजिमेंट के जवान और अधिकारी बड़ी संख्या में अंतिम यात्रा में शामिल हुए। सेना के जवानों की मौजूदगी में उनकी राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जा रही है। गंगा के हल्दी छपरा घाट पर जन सैलाब उमड़ा है। हाथ में राष्ट्रध्वज लेकर लोग भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं। पार्थिव शरीर गंगा घाट पर लाया गया तब बारिश शुरू हो गई। बारिश के बाद भी लोग टस से मस नहीं हुए हैं।
